C/2019 Y4 (ATLAS) or Comet ATLAS || 4,800 से 5,200 सालों का सफर कर हमारी तरफ आता धूमकेतू

4,800 से 5,200 सालों का सफर कर हमारी तरफ आता धूमकेतू (Comet ATLAS)

28 December 2019, खगोलियों की एक टीम  Hawaii में मौजूद Mauna Loa में स्थित 0.5 मीटर उचे Reflecting Telescope के जरिये Asteroid Terrestrial-impact Last Alert System (ATLAS) आसमान में ऐसे पिंडो को तलाश कर रही थी, जो भविष्‍य में पृथ्वि से टकराने की संभावनाओं को बढा सकते थे।  ATLAS का काम ऐसे ही पिंडो का पता लगाकर कुछ हफ्तों पहले Alert System जारी करना है। उसी दिन डेली आसमानी सर्वे करने के दौरान Ursa Major (सप्‍त ऋषि तारामंडल) की ओर खगोल वैज्ञानिकों की नजरों में ब्रहमांण्‍ड में दूर-सुदूर से आता हुआ एक अनजान Object खटका। उस दौरान तकरीबन ये Object Positive में 19.6 Apparent Magnitude की स्थिति में था, यानि बेहद धुंधला, जिसे नग्‍न ऑखों से देख पाना बिलकुल भी संभव नहीं था, क्‍योंकि हमारी ऑखें Positive में 6.5 Apparent Magnitude चमक पैदा करने वाले Object तक को ही देख पाने में सक्षम हो पाती हैं। Larry Denneau (खगोल वैज्ञानिक) वो पहले व्यक्ति हैं, जिन्‍होंने इस Object की पहचान एक Comet (धूमकेतू) के तौर पर की। 

ATLAS, comet, comet atlas, cloud atlas comet, comet 2020, how big is comet atlas, comet atlas hit earth, comet c/2019 y4 (atlas) likely distintegration, space,
Add caption

साल 2020 के फरवरी माह से मार्च माह के आखरी तक आते-आते इस पर की गई शुरूआती Observation में Comet ATLAS की चमक में वैज्ञानिकों ने काफी भारी अंतर पाया, जो Positive में 17 Apparent Magnitude से बढकर Positive में 8 Magnitude तक आ पहुंचा था, जो ये साफ तौर पर दर्शा रहा था कि Comet अपनी चमक बढाता जा रहा है। 
Apparent Magnitude

अभी इसकी Situation कुछ ऐसी है कि टेलिस्‍कोप द्वारा देखे जाने पर ये हरे या एक्‍वा रंग में दिखाई पड़ रहा है। और इसकी Multicolour पूंछ तकरीबन 3.3 Million Km जितनी तक लंबी हैै, जो हमारे सूूूर्य के डायमीटर सेे लगभाग दोगुना तक ज्‍यादा चौडी है। हालांकि इसकी बाहरी पूंछ पृथ्‍वी से साफ तौर पर नहीं देखी जा सकती है परन्‍तु इसके गैसों के Filaments को तारों के बीच देखा जा सकता है। वहीं 02 अप्रैल 2020 को वैज्ञानिकों ने इस Comet में चल रही एक खास बात को और नोटिस किया, उन्होंने पाया कि शायद ये Comet Fragmentation Events से गुजर रहा है, यानि टुकडों में बट रहा है।

how big is comet atlas, comet atlas hit earth, comet c/2019 y4 (atlas) likely distintegration, space,

09 अप्रैल 2020 को इसकी चमक में खगोल वैज्ञानिकों ने वापस से होती वृद्धि को दर्ज किया। खगोल वैज्ञानिक इस Comet ATLAS को अब तक साल 2020 का सबसे चमकदार Object बताते हैं, जब ये अपने सबसे Peek Apparent Magnitude तक पहुंचा था, जोकि था Positive में 7 Apparent Magnitude। अभी वर्तमान में ये Positive में 9 Apparent Magnitude के आसपास है। 

हालहि में Telescope की मदद से इसे Camelopardalis नक्षत्र की ओर एक Diffuse Object के तौर पर देखा जा सकता है। अब तक वैज्ञानिकों के मुताबिक ये Comet कई टुकडों में टूट चुका है, तो उनका अंदेशा है कि शायद ही अब इसकी चमक में बढोतरी को देखा जा सकेगा। लेकिन यहाॅँँ हमारे लिये निराश होने वाली बात नहीं है, यह भले ही अब अपनी इतनी चमक न बढा पा रहा हो। लेकिन अप्रैल आखरी से पूरे मई माह के दौरान ये शायद नग्‍न ऑखों से भी देखा जा सकेगा। 

आपको बता दें कि 23 मई के आसपास Comet ATLAS हमारी पृथ्‍वी के सबसे करीब से होकर गुजरेगा, ये दूरी होगी तकरीबन 11,68,55,706 Km। तो वहीं 31 मई के आसपास ये सूर्य के सबसे करीब से होकर गुजरेगा, जिसकी सूर्य से दूरी होगी तकरीबन 3,73,99,518.25 Km तक की होगी। दरअसल 06 अप्रैल 2020 को खगोल वैज्ञानिकों ने Internet Based, The Astronomers Telegram के जरिये ये रिपोर्ट किया था कि Comet ATLAS Disintegration पृक्रिया से गुजर रहा है। जिसके चलते ये तकरीबन 10 टुकडों में टूटा, जिसमें से 06 टुकडे इसके Nucellus के इर्द-गिर्द Centrifugal force के तहत चक्‍कर लगा रहे हैं। 

comet c/2019 y4 (atlas) likely distintegration, space,

इसके Nucellus का अंदाजा खगोल वैज्ञानिकों ने तकरीबन 27 Km जितना तक लगाया है, यानि Mount Everest से भी तकरीबन 03 गुना ज्‍यादा। वैसे जब ये Comet खोजा गया था त इसकी दूरी सूर्य से तकरीबन 03 Astronomical Unit (AU) जितनी तक थी। यहॉ आपको बता दें कि 01 Astronomical Unit सूर्य और पृथ्‍वी के बीच की दूरी को कहा जाता है। 28 दिसम्‍बर 2019 और 09 जनवरी 2020 के बीच हुई Observation में येे भी खुलासा हुुुुआ कि इस Comet की Orbital Axes बहुत ही ज्‍यादा Highly Eccentric है और इसका Orbital Period तकरीबन 4,800 से लेकर 5,200 सालों तक का हो सकता है। इस दौरान इसकी जहां सूर्य से सबसे दूरस्‍थ दूरी 662 AU तक हो सकती है, तो वहीं सूर्य से सबसे कम दूरी महज 0.25 AU तक की है।

Ursa Major, Camelopardalis, Taurus, Perseus

अपनी खोज से लेकर सूर्य की सबसे नजदीकी दूरी से होते हुये जाने तक ये अलग-अलग नक्षत्रों में दिखाई देगा। जहां जनवरी से मार्च माह तक यह दिखाई दिया था Ursa Major (सप्‍त ऋषि तारामंडल) की ओर। वहीं अप्रैल माह तक आते-आते ये दिखाई दे रहा है Camelopardalis नक्षत्र की ओर और 12 मई के आस-पास ये पहुंच चुका होगा Perseus नक्षत्र की ओर। तो वहीं 23 मई केे दौरान जिस दिन New Moon (अमावस का चांंद) भी दिखेगा सूूूर्य से लगभग 17° के ऐंगल पर ये पृथ्‍वी के सबसे करीब से होकर गुजरेगा। और 31 मई तक आते-आते जब से सूर्य के सबसे करीब से होकर गुजरेगा, तब ये सूर्य से लगभग 12° के ऐंगल पर Taurus (वृषभ) नामक नक्षत्र की ओर दिखाई पडेगा। 

तो इंतजार कीजिये इस Comet का और दुआ कीजिये कि 23 मई के आस-पास रात के आसमान में इस खूबसूरत से Comet को देख पाने के हम सभी साक्षी बन पायें, क्‍योंकि अगर ये मौका निकल गया, तो हमे तो छोडिये हमारी आने वाली कई सैकडों पुश्‍तें इसे देख पाने में काफी लंबे अर्से तक सक्षम नहीं हो पायेंगी। क्‍योंकि जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि इसका Inbound एवं Outbound Orbital Period ही 4,800 वर्ष से लेकर 5,200 सालों तक के बीच का है। कई खगोल वैज्ञानिकों का मानना है, कि ये Comet अब तक रहस्‍य बने हुये Oort Cloud से भी आया हुआ हो सकता है। तो दोस्तोंं इस बारे में आपका क्या मानना है। अपने सुझाव Comment करके जरूर बताईयेगा। अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी हो तो ऐसी ही और रोचक जानकारी को जानने के लिये हमारी इस साईट को Subscribe जरूर करें, ताकि नयी जानकारी का नोटिफिकेशन आपको जल्‍द पहुंच सके। साथ ही इस जानकारी को अपने दोस्तों या रिश्‍तेदारों में अधिक से अधिक शेयर करें।

Post a Comment

0 Comments